
मुरादाबाद के बुधबाजार का नजारा – फोटो। 2024 का आना अभी कल की बात लगती है। लेकिन देखते-देखते पूरा एक बरस बीत गया। आज साल का आखिरी दिन है। बीते साल का हिसाब लगाने बैठें ताे बही खाते में तमाम खट्टी-मीठी यादें दर्ज हैं। कुछ उपलिब्धयों से जुड़ी हैं तो कुछ पर दर्द की गहरी छाप है।
विकास के नजरिये से बीता साल अभूतपूर्व रहा। बहुप्रतीक्षित मुरादाबाद एयरपोर्ट का शुभारंभ जिले की ऐतिहासिक उपलब्धि साबित हुआ। साथ ही बुनियादी ढांचे के विकास के तहत सड़कों, पुलों और शहरी सुविधाओं का विस्तार किया गया। मुरादाबाद को सरकारी विश्वविद्यालय की साैगात मिली।स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में कई कार्य हुए, जो शहर में प्रवेश करते हुए विकास की सुखद अनुभूति कराते हैं। चाैक, चाैराहों का साैंदर्यीकरण किया गया। दिल्ली रोड से शहर में प्रवेश करने के लिए भव्य द्वार का निर्माण कराया गया। वहीं कांठ रोड और दिल्ली रोड पर हुए विकास कार्य मुरादाबाद के स्मार्ट सिटी के तमगे पर मुहर लगाते हैं।
शहर का स्मार्ट बाजार बुधबाजार
शहर के व्यस्ततम बाजारों में से एक बुध बाजार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत संवारा गया। दुकानों के बाहर साैंदर्यीकरण किया गया। सभी दुकानों के एक जैसे साइन बोर्ड लगाए गए। इसके अलावा दुकानों का रंंग-रोगन भी एक ही रंग से किया गया। इससे बुध बाजार की खूबसूरती में चार चांद लग गए। हालांकि कई काम अब भी बाकी हैं और इस वजह से दुकानदारों की शिकायतें बरकरार हैं।
यहां आइए और गम भूल जाइए
कंपनी बाग स्थित चिल्ड्रेन पार्क में बनी भूलभुलैया भी जनता को समर्पित कर दी गई। शीशे की दीवारें लोगों में रास्ते का भ्रम पैदा करती हैं। इसके अलावा चिल्ड्रेन पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए लगाए गए झूले व अन्य चीजें बड़ों को भी आकर्षित करती हैं। यहां आकर आपको सुखद अहसास होगा।
एक जगह पर मिलेंगे सभी स्वाद
पटरी दुकानदारों को व्यवस्थित करने और जाम की समस्या को खत्म करने के लिए शहर में चार स्थानों पर स्ट्रीट वेंडिंग जोन का निर्माण किया गया। यह वेंडिंग जोन रामगंगा विहार, कंपनी बाग, बुद्धा पार्क और दिल्ली रोड पर पार्श्वनाथ प्लाजा के पास बनाए गए। इन वेंडिंग जोन में स्ट्रीट फूड के साथ अन्य प्रकार की दुकानें लगाई गई हैं।
पीलीकोठी चाैराहे को नया नाम
पीलीकोठी चाैराहे पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्थापित की गई। इसके साथ ही चाैराहे का नाम बदलकर एकता चाैक कर दिया गया।
आंबेडकर पार्क : सुकून की जगह
कांठ रोड स्थित आशियाना में आंबेडकर नेचर पार्क विकसित किया गया है। इस पार्क में सभी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। पार्क में ओपन थियेटर, आकर्षक फव्वारे और आउटडोर जिम जैसी सुविधाएं हंै। इसके अलावा बच्चों के लिए खेलने का स्थान भी है। बुजुर्गों के लिए शांत वातावरण तैयार किया गया है। हरियाली और सुंदरता के लिए पार्क में साज-सज्जा के विशेष इंतजाम हैं। परिवार के साथ घूमने के लिए यह पार्क बेहद उपयुक्त है।
दिल्ली रोड की बदल गई काया
दिल्ली दिशा से शहर में प्रवेश के लिए जीरो प्वाइंट पर पूर्व सांसद सर्वेश सिंह के नाम पर भव्य गेट बनाया गया है। इसके अलावा दिल्ली रोड पर सड़क के दोनों ओर पत्थर की जालियों से फेंसिंग की गई है। आकर्षक पत्थर से डिवाइडर बनाए गए हैं। सड़क किनारे लगीं लाइटें बेहद आकर्षक हैं।
सर्किट हाउस के बाहर बनाई गई काकोरी वाॅल काकोरी एक्शन के बलिदानियों की वीर गाथा सुनाती है। लोकोशेड पुल के पास कारगिल विजय की याद में बनी दीवार कारगिल शहीदों के शाैर्य की दास्तां बयां करती है। लोकोशेड पुल पर लगाए गए खिलाड़ियों के कटआउट युवाओं में खेल प्रेम की भावना पैदा करते हैं। साथ ही लोकोशेड पुल के दूसरी ओर बना योगपथ योग से निरोग रहने की प्रेरणा देता है।
मिल गया हवाईअड्डा
10 साल के लंबे इंतजार के बाद 10 अगस्त को मुरादाबाद एयरपोर्ट से हवाई सेवा की शुरुआत हुई। वैसे तो इसी साल लोकसभा चुनाव से पहले ही मुरादाबाद एयरपोर्ट का उद्घाटन कर दिया गया था, लेकिन उड़ान नहीं शुरू हो सकी थी। 10 अगस्त को फ्लाईबिग कंपनी के 19 सीटर विमान ने एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए पहली उड़ान भरी। अब एयरपोर्ट से अन्य शहरों के लिए भी उड़ान शुरू करने की तैयारी है। एयरपोर्ट शुरू होने से मुरादाबाद को राष्ट्रीय फलक पर नई पहचान मिली।
अटल पथ: राजनीति के पुरोधा को सम्मान
भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में सिविल लाइंस में महिला थाने से लेकर पीएसी तिराहे तक अटल पथ का निर्माण किया गया। यहां पूर्व प्रधानमंत्री की 12 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। इसके अलावा बैठने के लिए बेंच लगाई गई हैं।
वंदेभारत से सफर हुआ आसान
पांच दशकों से की जा रही मुंबई के लिए सीधी ट्रेन की मांग भी इस साल पूरी हो गई। लालकुआं से बांद्रा के बीच एक्सप्रेस का संचालन शुरू हुआ। इसके साथ ही मुरादाबाद होकर पहली वंदेभारत ट्रेन की शुरुआत 12 मार्च से हुई। देहरादून से लखनऊ के बीच चलने वाली इस ट्रेन से शहरवासियों को काफी लाभ पहुंचा। इसके अलावा मेरठ से लखनऊ के बीच भी मुरादाबाद होकर वंदेभारत ट्रेन की शुरुआत की गई।
बनने लगा विश्वविद्यालय
लंबे समय से चली आई सरकारी विश्वविद्यालय की मुराद भी इस साल पूरी हो गई। रामगंगा पार हरदासपुर में गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय का निर्माण शुरू हो गया। कुलपति के रूप में प्रो. सचिन माहेश्वरी की नियुक्ति भी की जा चुकी है। अगले शैक्षिक सत्र से विश्वविद्यालय में कक्षाएं शुरू होने के आसार हैं। साथ ही मुरादाबाद मंडल के सभी डिग्री काॅलेज भी गुरु जंभेश्वर विवि से ही संबद्ध हो जाएंगे।
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